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भारत के वित्त मंत्रियों की सूची/ बजट से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य एवं प्रश्न List of Indian Finance Ministers


बजट , वित्त मंत्री और रोचक तथ्य 


List of Indian Finance Ministers : भारत के वित्त मंत्रियों की सूची

 

भारत के वित्त मंत्रियों का कार्यकाल


बजट प्रस्तुत करने वाले विभिन्न वित्त मंत्री एवं प्रधानमंत्री


 भारत के वित्त मंत्री एवं उनका कार्यकाल

वित्त मंत्री कार्यकाल प्रधानमंत्री
1. लियाकत अली खान 29 अक्टूबर 1946 से 14 अगस्त 1947 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू
2. आर के शंमुगम चेट्टी 15 अगस्त 1947 से 1949 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू
3. जॉन मथाई 1949 से 1950 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू
4. सी डी देखमुख 1950 से 1957 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू
5. टी टी कृष्णमाचारी 1957 से 13 फरवरी 1958 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू
6. जवाहर लाल नेहरू 13 फरवरी 1958 से 13 मार्च 1958 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू
7. मोरारजी देसाई 13 मार्च 1958 से 29 अगस्त 1963 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू
8. टी टी कृष्णमाचारी 29 अगस्त 1963 से साल 1965 तक लाल बहादुर शास्त्री
9. सचिंद्रा चौधरी 1965 से 13 मार्च 1967 तक इंदिरा गांधी
10. मोरारजी देसाई 13 मार्च 1967 से 16 जुलाई 1969 इंदिरा गांधी
11. इंदिरा गांधी 1970 से 1971 तक इंदिरा गांधी
12.यशवंतराव चव्हाण 1971 से 1975 तक इंदिरा गांधी
13. चिदंबरम सुब्रह्मण्यम 1975 से 1977 तक इंदिरा गांधी
14. हरिभाई एम पटेल 24 मार्च 1977 से 24 जनवरी 1979 मोरारजी देसाई
15. चौधरी चरण सिंह 24 जनवरी 1979 से 28 जुलाई 1979 चौधरी चरण सिंह
16. हेमवती नंदन बहुगुणा 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक चौधरी चरण सिंह
17. आर वेंकटरमण 14 जनवरी 1980 से 15 जनवरी 1982 तक इंदिरा गांधी
18. प्रणब मुखर्जी 15 जनवरी 1982 से 31 दिसंबर 1984 तक इंदिरा गांधी
19. वी पी सिंह 31 दिसंबर 1984 से 24 जनवरी 1987 तक राजीव गांधी
20. राजीव गांधी 24 जनवरी 1987 से 25 जुलाई 1987 तक राजीव गांधी
21. एन डी तिवारी 25 जुलाई 1987 से 25 जून 1988 तक राजीव गांधी
22. शंकरराव चव्हाण 25 जून 1988 से 2 दिसंबर 1989 तक राजीव गांधी
23. मधु दंडवते 2 दिसंबर 1989 से 10 नवंबर 1990 तक वीपी सिंह
24. यशवंत सिन्हा 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक चंद्रशेखर
25. मनमोहन सिंह 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक पीवी नरसिम्हा राव
26. जसवंत सिंह 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक अटल बिहारी वाजपेई
27. पी चिदंबरम 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक एचडी देवे गौड़ा
28. आई के गुजराल 21 अप्रैल 1997 से 1 मई 1997 तक आई के गुजराल
29. पी चिदंबरम 1 मई 1997 से 19 मार्च 1998 तक आई के गुजराल
30. यशवंत सिन्हा 19 मार्च 1998 से 1 जुलाई 2002 तक अटल बिहारी वाजपेई
31. जसवंत सिंह 1 जुलाई 2002 से 22 मई 2004 तक अटल बिहारी वाजपेई
32. पी चिदंबरम 22 मई 2004 से 30 नवंबर 2008 तक मनमोहन सिंह
33. मनमोहन सिंह 30 नवंबर 2008 से 24 जनवरी 2009 तक मनमोहन सिंह
34. प्रणब मुखर्जी 24 जनवरी 2009 से 26 जून 2012 तक मनमोहन सिंह
35. मनमोहन सिंह 26 जून 2012 से 31 जुलाई 2012 तक मनमोहन सिंह
36.पी चिदंबरम 31 जुलाई 2012 से 2014 तक मनमोहन सिंह
37. अरुण जेटली 26 मई 2014 – 30 म‌ई 2019 नरेंद्र मोदी
38. पीयूष गोयल 24 जनवरी 2019 से 15 फरवरी 2019 नरेंद्र मोदी
39. निर्मला सीतारामन् 30 मई 2019 से अब तक

नरेंद्र मोदी
बजट संबंधी महत्वपूर्ण प्रश्न
वित्त मंत्रियों एवं बजट से जुड़े महत्वपूर्ण रोचक तथ्य एवं प्रश्न

Q. सबसे अधिक बार बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री का नाम क्या है

Ans. मोरारजी देसाई के नाम सबसे ज्यादा यानी 10 बार वित्त मंत्री के रूप में बजट पेश करने का रिकॉर्ड है। वो एकलौते ऐसे वित्त मंत्री भी रहें, 


Q. किस वित्त मंत्री ने अपने जन्मदिन पर दो बार सदन में बजट पेश किया

Ans. मोरारजी देसाई अपने जन्मदिन पर दो बार (29 फरवरी 1964 और 29 फरवरी 1968) बजट पेश किया। 

Q. कितने वित्त मंत्री बाद में प्रधानमंत्री बने।

Ans. मोरारजी देसाई वर्ष 1977 में देश के चौथे प्रधानमंत्री बनने से पहले वह नेहरू और इंदिरा गांधी की कैबिनेट में वित्त मंत्री रहे। 

चरण सिंह देश के पांचवे प्रधानमंत्री (28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980) थे, जिन्होंने जनता पार्टी की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए बजट पेश किया था। 

वी.पी सिंह, देश के 8वें प्रधानमंत्री चुने गए थे। वह 31 दिसंबर 1984 से 24 जनवरी 1987 तक कांग्रेस सरकार में वित्त मंत्री रहे थे। 

वर्ष 21 जून 1991 से 16 मई 1996 तक देश के वित्त मंत्री रहे मनमोहन सिंह का साल 1991 का बजट बेहद यादगार रहा। क्योंकि उन्होंने इस बजट में बजट पेश करने के साथ-साथ अपनी जिंदगी का फसाना भी सुनाया था। बाद में मनमोहन सिंह वर्ष 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। 

Q. कितने वित्त मंत्री बाद में राष्ट्रपति बने।

Ans. स्वामी वेंकटरमन इंदिरा गांधी सरकार में 14 जनवरी 1980 से 15 जनवरी 1982 तक वित्त मंत्री रहे। बाद में उन्हें देश का प्रथम नागरिक चुना गया। जी हां, वह भारत के 8वें राष्ट्रपति (25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992) थे।

वित्त मंत्री से राष्ट्रपति पद तक सफर तय करने वाले प्रणब मुखर्जी कांग्रेस सरकार के लिए 7 बार बजट पेश कर चुके हैं। बाद में वो देश के 13वें राष्ट्रपति (25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017 रहे। 

Q. प्रधानमंत्री रहते हुए कितने लोगों ने बजट पेश किया

Ans. जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश के वो प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने PM पद पर रहते हुए बजट पेश किया। 

Q. किसने पेश किया आजाद भारत का पहला बजट

Ans. आजाद भारत का पहला बजट वित्त मंत्री आरके शानमुखम चेट्टी ने पेश किया. ये अंतरिम बजट था. 

Q. देश की पहली महिला वित्त मंत्री कौन थी

Ans. इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए 1969 में वित्त मंत्री का कार्यभार संभाला और इस तरह वे देश की पहली महिला वित्त मंत्री बनीं.


Q. किस वित्त मंत्री ने कितनी बार आम बजट पेश किया

Ans. मोरारजी देसाई 10 बार
 पी चिदंबरम 9 बार 
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी 8 बार 
यशवंत सिन्हा, 7
यशवंतराव चव्हान 7
सीडी देशमुख ने 7 बार 
डॉ. मनमोहन सिंह 6 बार 
अरुण जेटली ने 5 बार आम बजट पेश किया. 

Q. भारत के पहले वित्तमंत्री जो बाद में बने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कौन था।

Ans. लियाकत अली खान



Q. ब्रिटिश काल में भारत का पहला बजट कब और किसने पेश किया था

Ans. देश में सात अप्रैल, 1860 को पहली बार अंग्रेज सरकार ने बजट पेश किया था। बजट पेश करने वाले सदस्य का नाम जेम्स विल्सन था


Q. स्वतंत्र भारत का पहला बजट किस वित्त मंत्री ने पेश किया था?

Ans. आजाद देश का पहला बजट पहले वित्त मंत्री आरके षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को शाम पांच बजे पेश किया।

Q. गणतंत्र भारत का प्रथम बजट किस मुख्यमंत्री ने पेश किया।

Ans. भारतीय गणतंत्र का पहला बजट 28 फरवरी, 1950 को जॉन मथाई ने पेश किया। इसी दौरान योजना आयोग भी अस्तित्व में आया।


Q. वित्त मंत्री के साथ गवर्नर का पद किस वित्त मंत्री ने संभाला था?

Ans. सीडी देशमुख वित्त मंत्री होने के साथ भारतीय रिजर्व बैंक के पहले भारतीय गर्वनर भी थे। उन्होंने 1951-52 में अंतरिम बजट पेश किया था
1955-56 से बजट पेपर हिंदी में भी तैयार किए जाने लगे


Q. वीडीआईएस स्कीम छुपे धन को बाहर निकालने की योजना किस मंत्री ने पेश की।

Ans. वित्त मंत्री टीटी कृष्णामाचारी ने 1964-65 में पहली बार वीडीआइएस स्कीम के जरिए छुपे हुए धन को बाहर निकालने की कोशिश की थी



Q. कौन से वर्ष के बजट को ब्लैक बजट के नाम से जाना जाता है और क्या?

Ans. 1973-74 के बजट को 'ब्लैक
बजट' के नाम से भी जाना जाता है। इसमें बजटीय घाटा 550 करोड़ रुपये था



Q. कॉर्पोरेट टैक्स किसने लगाया था?

Ans. कारपोरेट टैक्स [वर्तमान न्यूनतम वैकल्पिक कर] को सबसे पहले 1987 के बजट में राजीव गांधी ने पेश किया था



Q. ड्रीम बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री कौन थे?

Ans. 1997-98 में पी चिदंबरम द्वारा पेश किए गए बजट को 'ड्रीम बजट' के नाम से जाना जाता है।





भारत के वित्त मंत्री

लियाकत अली खान

लियाकत अली खान का जन्म उत्तर प्रदेश में अक्टूबर 1895 में उस समय ब्रिटिश भारत में हुआ था। ... उन्होंने ब्रिटिश भारतीय साम्राज्य की अंतरिम सरकार में पहले वित्त मंत्री के रूप में सेवा करते हुए, भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्रता आंदोलनों में अपनी भूमिका निभाई, 1947 में भारत की आजादी और विभाजन से पहले।

सर रामासामी चेट्टी 

सर रामासामी चेट्टी कंदासामी शनमुखम चेट्टी (17 अक्टूबर 1892 – 5 मई 1953) एक भारतीय अधिवक्ता, अर्थशास्त्री तथा राजनेता थे, जो 1947 से 1949 तक स्वतंत्र भारत के प्रथम वित्त मंत्री रहे। उन्होंने 1933 से 1935 तक भारत की केन्द्रीय विधान सभा के अध्यक्ष के रूप में, और 1935 से 1941 तक कोचीन राज्य के दीवान के रूप में भी कार्य किया।

डॉ जॉन मथाई

डॉ जॉन मथाई भारत के शिक्षाविद, अर्थशास्त्री एवं न्यायविद् थे। जॉन मथाई का जन्म त्रिवेंद्रम नगर में 10 जनवरी 1886 ई को एक धनी कुटुंब में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा त्रिवेंद्रम में ही हुई। इसके उपरांत उन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कालेज में शिक्षा प्राप्त की। कार्यकाल: भारत के वित्त राज्य मंत्री (1948–1950), 

सी डी देखमुख

सी॰डी॰ देशमुख भारतीय रिजर्व बैंक के पहले भारतीय गवर्नर थे, जिन्हें 1943 में ब्रिटिश राज द्वारा नियुक्त किया गया। ब्रिटिश राज ने उन्हें सर की उपाधि दी थी। इसके पश्चात् उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में भारत के तीसरे वित्त मंत्री के रूप में भी सेवा की। 
कार्यकाल: भारत के वित्त राज्य मंत्री (1950–1956)

टी टी कृष्णमाचारी

तिरुवेल्लोर थत्तै कृष्णमाचारी 1956 से 1958 तक एवं 1964 से 1966 तक भारत के वित्त मन्त्री थे। वे NCAER की प्रथम शासकीय संस्था के सदस्य थे जो 1956 में स्थापित भारत की अर्थनीति सम्बन्धी प्रथम स्वतन्त्र संस्था थी। वे स्वतन्त्र भारत के प्रथम मन्त्री थे जिसे भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण पद त्यागना पड़ा था। वे संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य भी थे।

जवाहरलाल नेहरू

जवाहरलाल नेहरू (नवम्बर 14, 1889 - मई 27, 1964) भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री थे 
13 फरवरी 1958 – 13 मार्च 1958 के दौरान वित्त मंत्री का पद संभाला।
साल 1958 में नेहरू देश के वित्त मंत्री भी थे. तब उन्होंने बतौर वित्त मंत्री बजट पेश किया था.


मोरारजी देसाई

मोरारजी देसाई वित्त मंत्री रहते हुए 10 बार आम बजट पेश किया. मोरारजी देसाई 13 मार्च 1958 से लेकर 29 अगस्त 1963 तक देश के वित्तमंत्री रहे. इसके बाद वे 1967 से 1969 तक फिर वित्तमंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने कुल 10 बजट पेश 

सचिंद्रा चौधरी



इंदिरा गांधी 

इंदिरा गांधी ने पहली महिला वित्त मंत्री के तौर पर पेश किया था बजट, फैक्ट्री कामगारों के लिए हुए थे अहम एलान
इंदिरा गांधी ने 1970 में आम बजट पेश किया था इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं।


यशवन्तराव बलवन्तराव चव्हाण

यशवन्तराव बलवन्तराव चव्हाण मुम्बई राज्य के विभाजन के बाद महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री और भारत के पाँचवें उप-प्रधानमन्त्री थे। वे एक मजबूत कांग्रेस नेता, स्वतन्त्रता सेनानी, सहकारी नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक थे। उन्हें आम लोगों के नेता के रूप में जाना जाता था । का कार्यकाल वित्त मंत्री के अंतर्गत1971–1975 रहा।

चिदम्बरम् सुब्रह्मण्यम् 

चिदम्बरम् सुब्रह्मण्यम् भारतीय राजनेता थे। वे राज्य और केंद्र स्तर के मंत्री और गवर्नर रहे। 
वित्त मंत्री के तौर पर उन्होंने इंदिरा गाँधी को रुपये का अवमूल्यन करने की सलाह दी।भारत के खाद्य और कृषि मंत्री के तौर पर उन्होंने एम.एस.स्वामीनाथन, बी.सिवरमण और नार्मन इ. बोर्लौग के साथ मिलकर भारत में ‘हरित क्रांति’ आरम्भ किया और देश को खाद्यान उत्पादों में स्वावलंबी बनाया।


हरिभाई एम पटेल

हीरूभाई मुल्जीभाई पटेल CIE (27 अगस्त 1904 - 30 नवंबर 1993) एक भारतीय सिविल सेवक थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के बाद के पहले वर्षों में आंतरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों में एक प्रमुख भूमिका निभाई। 1977 से 1979 तक, उन्होंने वित्त मंत्री और बाद में भारत के गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। वह चारुतार विद्या मंडल के अध्यक्ष भी थे, जिसने वल्लभ विद्यापीठ की स्थापना की, जिसे बाद में सरदार पटेल विश्वविद्यालय, वल्लभ विद्यानगर का नाम दिया गया।


चौधरी चरण सिंह 

चौधरी चरण सिंह (23 दिसंबर 1902 - 29 मई 1987) वह भारत के किसान राजनेता एवं पाँचवें प्रधानमंत्री थे। उन्होंने यह पद 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक संभाला। चौधरी चरण सिंह ने अपना संपूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जिया। 1979 में वित्त मंत्री और उपप्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक [नाबार्ड] की स्थापना की।

हेमवती नंदन बहुगुणा 

हेमवती नंदन बहुगुणा एक भारतीय राजनेता है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है। 
कार्यकाल: भारत के वित्त राज्य मंत्री (1979–1979)


आर वेंकटरमण

रामस्वामी वेंकटरमण, भारत के 8वें राष्ट्रपति थे। वे 1987 से 1992 तक इस पद पर रहे। राष्ट्रपति बनने के पहले वे 4 वर्षों तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे।1980 में वे लोकसभा का सदस्य चुने जाने के बाद इंदिरा गांधी की सरकार में उन्हें वित्त मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया

प्रणब मुखर्जी

प्रणव कुमार मुखर्जी भारत के तेरहवें राष्ट्रपति रह चुके हैं। 26 जनवरी 2019 को प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे। 
वित्तमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में से एक प्रणव मुखर्जी का जन्म 11 दिसंबर, 1935 को बीरभूम जिला, पश्चिम बंगाल के गांव मिराती में हुआ था

विश्वनाथ प्रताप सिंह 

विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत गणराज्य के आठवें प्रधानमंत्री थे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है। उनका शासन एक साल से कम चला, २ दिसम्बर १९८९ से १० नवम्बर १९९० तक। विश्वनाथ प्रताप सिंह । विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत के आठवें प्रधानमंत्री थे। 



राजीव गांधी

राजीव गांधी 20 अगस्त, 1944 - 21 मई, 1991, इन्दिरा गांधी के पुत्र और जवाहरलाल नेहरू के दौहित्र, भारत के सातवें प्रधानमन्त्री थे। राजीव गांधी भारत में सूचना क्रान्ति के जनक माने जाते हैं. देश के कम्प्यूटराइजेशन और टेलीकम्युनिकेशन क्रान्ति का श्रेय उन्हें जाता है. स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में महिलाओं को 33% रिजर्वेशन दिलवाने का काम उन्होंने किया । मतदाता की उम्र 21 वर्ष से कम करके 18 वर्ष तक के युवाओं को चुनाव में वोट देने का अधिकार राजीव गांधी ने दिलवाया। 

नारायण दत्त तिवारी 

नारायण दत्त तिवारी (18 अक्टूबर 1925 – 18 अक्टूबर 2018) उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड (तब उत्तरांचल) के भूतपूर्व मुख्यमन्त्री थे। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता थे।
प्रधान मंत्री राजीव गांधी के मंत्रिमंडल में पहली बार विदेश मामलों के मंत्री और फिर वित्त मंत्री के रूप में भी कार्यरत थे। उन्होंने 2007 से 2009 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी रहें।

शंकरराव भाऊराव चव्हाण

शंकरराव भाऊराव चव्हाण एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे जो दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने; 21 फरवरी 1976 से 17 मई 1977 तक और फिर से 12 मार्च 1986 से 26 जून 1988 तक। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ थे। वे 1987-1989 के दौरान भारत के केद्रीय वित्त मंत्री भी रहे।

मधु दंडवते 

मधु दंडवते (21 जनवरी 1924 - 12 नवंबर 2005) एक भारतीय भौतिक विज्ञानी और समाजवादी राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने मोरारजी देसाई मंत्रालय में रेल मंत्री और वीपी सिंह मंत्रालय में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया।




यशवंत सिन्हा

यशवंत सिन्हा एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता थे, जो कि मौजूदा समय में तृणमूल कांग्रेस के नेता है, जो इस समय बंगाल की सत्ताधारी पार्टी है। वे भारत के पूर्व वित्त मंत्री रहने के साथ-साथ अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री भी रह चुके हैं।

मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह भारत गणराज्य के 13 वें प्रधानमन्त्री थे। साथ ही साथ वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। लोकसभा चुनाव 2009 में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बने, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला था। 



जसवंत सिंह 

मेजर जसवंत सिंह जसोल भारत के एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ थे। वे मई 16, 1996 से जून 1, 1996 के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्तमंत्री रह चुके हैं। 5 दिसम्बर 1998 से 1 जुलाई 2002 के दौरान वे वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री बने। 


पी चिदंबरम

पलनिअप्पन चिदंबरम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबद्ध एक भारतीय राजनीतिज्ञ एवं भारत गणराज्य के पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री है। इसके अलावा चिदंबरम एक स्थापित कंपनी मामलों के वकील है जिन्होंने अब दिवालिया हो चुकी एनरॉन सहित कई प्रसिद्ध संस्थाओं के लिए पैरवी की है।

इन्द्र कुमार गुजराल 

इन्द्र कुमार गुजराल भारतीय गणराज्य के 13 वें प्रधानमन्त्री थे। उन्होंने भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान वे जेल भी गये।  भारत के प्रधानमंत्री बनने से पहले उन्होंने केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में विभिन्न पदों पर काम किया। 

अरुण जेटली

अरुण जेटली भारत के प्रसिद्ध अधिवक्ता एवं राजनेता थे। वे भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता एवं पूर्व वित्त मन्त्री थे। 


पीयूष गोयल 

पीयूष गोयल एक भारतीय जनता पार्टी के राजनेता और भारत के वर्तमान रेलमंत्री और कोयला मंत्रालय, भारत सरकार के प्रमुख मंत्री हैं। वें भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. वेदप्रकाश गोयल के पुत्र हैं। 


निर्मला सीतारामन् 

निर्मला सीतारामन् भारत की वित्तमन्त्री हैं। सितम्बर 2017 से मई 2019 तक वे रक्षामन्त्री थीं और उससे पहले वे भारत की वाणिज्य और उद्योग तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रह चुकी हैं। वे भारतीय जनता पार्टी से संबद्ध हैं तथा पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। 

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